हरिद्वार में हुए एक दर्दनाक हादसे में गेंहू के साथ घुन की तरह मोती पिस गए | ये मोती थे दो मासूम जो आटा चक्की के पट्टे में फँसकर मौत के मुंह में समा गए | छोटी सी लापरवाही से परिजनों को मिले इस जिंदगी भर के घाव के बाद से गाँव में मातम पसरा हुआ है |
कलेजा मुंह को लाने वाला यह हादसा पिरान कलियर थाना क्षेत्र के कोटा मुरादनगर गांव में चौहल सिंह सैनी की आटा चक्की पर हुआ | चश्मदीदों के मुताबिक कि इसी गांव के शौकीन ने चक्की में गेहूं पिसाने के लिए दिया था। जिसे लेने उसकी 14 वर्षीय की बेटी सोनम और उसके साथ पड़ोस में रहने वाले रुस्तम अली का पांच वर्षीय बेटा अर्श व मोहल्ले के अन्य बच्चे भी गए । जब बच्चे वहां पहुंचे तो चक्की पर गेहूं की पिसाई हो रही थी। इसी दौरान खेल खेल में पट्टे की चपेट में पांच साल का मासूम अर्श आया और उसको बचाने के लिए 14 वर्षीय किशोरी आगे आई । लेकिन वह भी पट्टे में उलझकर घूमने लगी । घटना का जानकारी मिलते ही चक्की मालिक ने चक्की को बंद की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी | पट्टे में उलझकर नीचे गिरने से सोनम की मौके पर ही मौत हो गई और घायल अर्श को उपचार के लिए परिजन रुड़की के एक अस्पताल ले गए।
लेकिन मासूम अर्श की मौत भी अस्पताल में उपचार के दौरान हो गयी ।
इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही पूरे गांव में हँगामा मच गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे । दोनों बच्चों के परिजनों का रो रोकर बुराहाल हो गया । सूचना मिलने पर पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना के बारे में जानकारी जुटाई । हम अपेक्षा करते है कि इस घटना से सबक लेते हुए कोई भी इस जानलेवा लापरवाही को न दोहराए |