कर्नल अजय कोठियाल को लेकर केजरीवाल की घोषणा ने सूबे की चुनावी राजनीति के अगले पड़ाव पर पहुंचा दिया है । कोठियाल को सीएम का चेहरा बनाने के साथ ही आप की स्पष्ट होती रणनीति ले मायने भाजपा और कॉंग्रेस दोनो के लिये अलग है । फिहाल आम आदमी पार्टी की मजबूती में भाजपा अपनी वपिसी संभावना देख रही है वहीं कॉंग्रेस के माथे पर पसीने आ गये हैं ।
आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के साथ ही पार्टी का फोकस स्पष्ट हो गया है । कोई बड़ा चेहरा पार्टी में आयेगा, इसकी संभावना न के बराबर है । और अगर ऐसा हुआ तो उसका भी हाल आने वाले विधानसभा चुनावों में युकेडी जैसा हो सकता है । लिहाजा यदि आप का वोट प्रतिशत 5 फीसदी से कम रहा तो भाजपा के लिये फायदेमंद होगा । किसी भी विपक्षी पार्टी को मिले शुरुआती वोट अमूमन ऐन्टीइंकम्बेंसी ही होते हैं, जो मुख्य विपक्षी पार्टी यानि कॉंग्रेस के खाते से ही जाना तय है । लिहाजा सत्ताधारी भाजपा का वोट शेयर तो घटेगा लेकिन कॉंग्रेस को कोई फायदा नही होने वाला ।
किसी सीट विशेष पर किसी उम्मीदवार विशेष की मजबूती से वोट शेयर दो अन्कों में जाने की संभावना से कॉंग्रेस के वोट आप को ट्रांसफर हो सकते हैं । जैसे कर्नल कोठियाल की सीट या कोई अन्या । कॉंग्रेस की नकारात्मक छवि के चलते सत्ताविरोधी मतों का बिखरना तय है । हाल फिलहाल तो आप की सक्रियता से भाजपा के चेहरे पर आयी प्रसन्नता से कॉंग्रेस के माथे पर चिंता की लकीरें बढती जा रही है ।