कोरोना के बेहद खतरनाक ओमिक्रॉन वैरिएंट के भारत पहुंचने की भी संभावनाओं के बीच भारत में आई है एक अच्छी खबर | दरअसल केंद्र सरकार की कोविड टास्क फोर्स के अनुशार देश में बच्चों की वैक्सीनेशन की प्रक्रिया दिसंबर में शुरू होने वाली है | 18 साल की उम्र से नीचे 44 करोड़ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने की इस योजना के तहत शुरुआत में बीमार बच्चों को यह डोज़ दी जाएगी |
हालांकि संतोष की बात है कि देश 150 करोड़ वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड को पार करने वाला, लेकिन चिंता अब भी बरकरार है कि हमारे 44 करोड़ बच्चे अभी भी अनवैक्सीनेटेड हैं | लेकिन अब भारत सरकार बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही हैं | एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान कोविड टास्क फोर्स की आधिकारिक बातचीत में बताया गया है कि शुरुआत में कॉमरेडिडिटी या गंभीर बीमारी वाले बच्चों को यह कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी । इन बच्चों के लिए वैक्सीनेशन दिसंबर में शुरू हो जाएगा जबकि स्वस्थ बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन अगले साल की पहली तिमाही में होने की संभावना है । इस प्रक्रिया में बीनरी वाले बच्चों में टीकाकरण जब 10-15% तक पहुंच जाएगा, उसके बाद ही स्वस्थ बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा । वहीं भारत समेत दुनिया में सप्लाई होने वाली वैक्सीन कोवीशील्ड की निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला ने भी बताया है कि बच्चों के लिए तैयार होने वाली वैक्सीन का नाम कोवावैक्स होगा । जो अगले छह महीनों में बाज़ार में पूरी तरह से उपलब्ध होगी।
बरहाल जब तक आप और आपके आस पास के बच्चे पूरी तरह वैक्सीनेटेड नहीं होते तब तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और अपना बहुत बहुत ख्याल रखें |