
देहरादून। भाजपा ने पूर्व सीएम हरीश रावत के चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान को कांग्रेस पार्टी के अंदर उनकी दबाव की राजनीति करार दिया है। प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा, उन्हें तो उम्र बढ़ने और विश्वसनीयता शून्य होने के चलते राजनीति से ही संन्यास ले लेना चाहिए। वहीं पार्टी में शामिल लोगों पर स्पष्ट किया कि हमारे साथ आकर सभी भाजपाई हो जाते है, जबकि हरदा के पास वे कांग्रेसी भी नही बन पाते हैं। वहीं पंचायत चुनाव को लेकर स्पष्ट किया कि पार्टी कार्यकर्ता वोटर लिस्ट का निरीक्षण कर रही है और शीघ्र पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने हरदा के चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान को कांग्रेस में अंदरूनी राजनैतिक दबाव बनाने की कोशिश बताया। कहा, दअरसल वे इस घोषणा से अपनी पार्टी में सहानुभूति हासिल करना चाहते हैं। ताकि उनकी पार्टी के लोग उनपर ऐलान वापिस लेने का दबाव बनाए।जबकि सच्चाई तो यह है कि उनकी राजनैतिक विश्वसनीयता और छवि आम जनता में बहुत पहले समाप्त हो गई है। यही वजह है कि लाख मर्तबा मुद्दों को लेकर पाला बदलने से लेकर माफी मांगकर मुकरने तक की उनकी आदत के लोग अभ्यस्त हो गए हैं। जनअदालत ने एक बार नहीं बार बार चुनावों में बुरी तरह नकारा है। वे शायद एकमात्र मुख्यमंत्री होंगे, जिन्हें पद पर रहते एक साथ दो दो सीटों पर चुनाव लड़े और हारे। ऐसे में उनका चुनाव लड़ने से इनकार करना हजम नहीं हो रहा है। वहीं आज तो जनता ही नहीं, स्वयं उनकी पार्टी भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेती है। उनकी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए कहा, अब उन्हें राजनीति से भी संन्यास ले लेना चाहिए था।
उन्होंने भाजपा में शामिल नेताओं को लेकर हरदा के बयान पर पलटवार कर कहा, जो हमारे पास आ गया वह उसी दिन से भाजपाई हो जाता है, विचार उन्हें करना चाहिए कि अपने ऐसे लोगों को वे कांग्रेसी नहीं बनाए रख सके। वहीं कटाक्ष किया कि यदि और भी कांग्रेसी बुराई का साथ छोड़कर राज्य और राष्ट्र निर्माण में साथ आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि हमें अपनी पार्टी के विचारों और सिद्धांतों पर पूरा भरोसा है, जो पार्टी में आ गया उसे हम अपना लेते हैं और आने वाला व्यक्ति भी हमारी विचारधारा को आत्मसार कर लेता है।
पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेशाध्यक्ष कहा, पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। हाल में पंचायतों की वोटर लिस्ट जारी हुई है उसे पार्टी के कार्यकर्ता चेक कर रहे हैं। और जहां नाम जुड़वाने या हटाने की जरूरत है उसमें कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं। जल्द ही पार्टी पर्यवेक्षकों की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में जायेगी और चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाया जाएगा। पार्टी का प्रयास है कि प्रधान से लेकर जिला पंचायत तक संगठन के व्यक्ति को ही चुनाव लड़ाया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया, हालांकि पंचायत चुनाव में पार्टी सिंबल नहीं दिया जाता, बावजूद इसके अपने समर्थित उम्मीदारों के दम पर सभी पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लॉक प्रमुखों की सीटों पर हम जीत दर्ज करेंगे।