देहरादून। भाजपा ने महिला अपराधों पर कठोर कार्रवाई के बावजूद कांग्रेस के आरोपों को विशुद्ध रूप से राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज से जनता भली भाँति वाक़िफ़ है, क्योंकि तब सुनवाई तो दूर अपराधियों को सरकारी सरंक्षण मिलता था।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष केदारनाथ विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने कहा कि भाजपा सरकार में तत्काल निष्पक्ष कार्यवाही होती हैं, लेकिन कांग्रेस सरकारों में दोषियों को बचाया जाता था। कांग्रेसी दुष्प्रचार के बावजूद, महिला सशक्तिकरण या महिला सुरक्षा पर प्रदेश की जनता को धामी सरकार पर पूर्ण विश्वास है।
आशा नौटियाल ने कांग्रेसी बयानबाजियों को लेकर जवाब देते हुए कहा कि मुद्दाविहीन पार्टियां हमेशा नकारात्मक राजनीति करती हैं। प्रदेश की जनता भी गवाह है कि धामी सरकार अपराध, विशेषकर महिला अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। क्योंकि अब तक जितने भी मामले या प्रकरण मातृ शक्ति पर अत्याचार के आए उनमे अविलंब निष्पक्ष और कठोर कानूनी कार्रवाई की गई है। वर्तमान हरिद्वार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना जैसे ही संज्ञान में आई तो बिना किसी भेदभाव के आरोपी को गिरफ्तार किया गया। ऐसे तमाम प्रकरणों को लेकर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रदेशाध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट का रुख भी स्पष्ट है जिसमे अपना हो या पराया, कमजोर हो या ताकतवर कानून सबके खिलाफ मजबूती से पेश आयेगा। एक और जहां पुलिस प्रशासन पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्रवाई कर रही है, वहीं पार्टी ने भी तत्काल आरोपी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
उन्होंने इस मुद्दे पर राजनैतिक लाभ लेने के उद्देश्य से कांग्रेस नेताओं की बयानबाजियों को दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि ठीक ऐसा ही रवैया कांग्रेस ने अंकिता हत्याकांड को लेकर भी अपनाया था। झूठ और भ्रम फैलाकर पीड़ित परिजनों के अपमान और राज्य की छवि खराब करने की इन कोशिशों को जनता ने पूरी तरह नकार दिया था। समाज ने कांग्रेस की इस निम्न स्तरीय
राजनीति का जवाब, उनकी सभाओं में नहीं जाकर और चुनावों में उनके खिलाफ जाकर दिया है। यही वजह है कि न कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों या अन्य चुनावों में महिलाओं को तरजीह दी और न ही जनता ने उनके महिला उम्मीदवारों को। लेकिन अफसोसजनक हैं कि महिला विरोधी कांग्रेस के ऐसे नकारात्मक राजनैतिक प्रयास आज भी जारी हैं।
उन्होंने कांग्रेस को स्मरण कराया कि अपनी सरकारों में कांग्रेस ने हमेशा महिला अपराध के आरोपियों को बचाने का काम किया था। राज्य में उनके मंत्रियों, दायित्वधारियों को पदों में रहते महिला उत्पीड़न को लेकर गंभीर आरोप लगे, लेकिन उनके खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेना तो दूर पार्टी से भी नहीं निकाला गया था। हल्द्वानी के पिंकी हत्याकांड में मुकद्दमा दर्ज करने के लिए तो समूचे प्रदेश को सड़क पर उतरना पड़ा था। दिल्ली राजधानी क्षेत्र का तंदूर कांड, राजस्थान का भंवरी देवी हत्याकांड एवं कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल, झारखंड सरकार में महिला अपराधों की बाढ़ को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी को तो वैसे ही महिला अपराध पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इसी तरह इनके बड़े नेता, महिलाओं के खिलाफ अश्लील, आपत्तिजनक एवं अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते सार्वजनिक देखे जा सकते हैं।
उन्होंने कहा, जब भी ऐसा प्रकरण सामने आता है, कांग्रेस अवसर मानकर नकारात्मक माहौल बनाने के असफल प्रयास में जुट जाती है। लेकिन महिलाओं के सशक्तिकरण की बात हो या महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे, प्रदेश की जनता धामी सरकार पर पूर्ण विश्वास करती है।