देहरादून। भाजपा, आगामी 17 अगस्त को दिल्ली में आयोजित बैठक के साथ संगठन महापर्व अभियान शुरू करने जा रही है। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के साथ सभी प्रदेश महामंत्री भी शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि हम विश्व की सबसे बड़ी पार्टी हैं, लिहाजा हमारा लक्ष्य भी बड़ा होगा। राज्य में पार्टी अपने सदस्यों की विगत संख्या से 10 फीसदी वृद्धि के साथ आगे बढ़ने वाली है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने बताया कि भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक संगठन है और उसकी सांगठनिक प्रक्रिया भी सबसे व्यापक होती है। चूंकि पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के तहत, दिसंबर माह तक पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन होना है । जिसके क्रम में पार्टी संविधान के मुताबिक देशभर में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा । इस अभियान के संदर्भ में यह राष्ट्र स्तरीय बैठक है जिसमे सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, चूंकि हम दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं, लिहाजा हमारा लक्ष्य भी बड़ा होता है। फिलहाल विगत सदस्यता अभियान में हमने लक्ष्य से अधिक 16 लाख के आंकड़े को पार किया था । इस बार हम इसमें 10 फीसदी से अधिक वृद्धि का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेंगे। श्री भट्ट ने बताया कि हमारा प्रयास होगा समाज के सभी वर्गों को अधिक से अधिक पार्टी की रीति नीति के अंतर्गत सदस्यता दिलाना । विशेष कर महिलाओं, युवाओं के अतिरिक्त ऐसे लोगों तक भी हम पहुंचने का प्रयास करेंगे जो अमूमन अब तक पार्टी से दूरी बनाए हैं या वैचारिक पक्षधर होने के बावजूद दूरी बनाए हुए हैं । सभी वर्गों, धर्मों, जातियों और क्षेत्रों का अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व हमे पार्टी में सुनिश्चित करना हैं।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने सदस्यता अभियान प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी, श्री खिलेंद्र चौधरी, श्री राजेंद्र बिष्ट भी शामिल होंगे । दिल्ली में होने वाली इस बैठक में केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सदस्यता अभियान के प्रदेश प्रमुख मनोनीत किया जाएगा । तदोपरांत जिला सदस्यता प्रमुखों को जिम्मेदारी देने के बाद बूथ स्तर से अभियान की औपचारिक शुरुआत की जाएगी। संगठन कार्यकारिणी गठन क्रम में सबसे पहले 50 फ़ीसदी से अधिक बूथ इकाई के गठन के बाद मंडल अध्यक्ष एवं 50 फीसदी से अधिक मंडलों के गठन के बाद जिला एवं जिलों के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।