देहरादून , भाजपा ने कहा कि कांग्रेस बिना तथ्यों के अफवाह फैलाने मे विश्वास रखती है और समय समय पर इसी कारण उनकी अध्ययन क्षमता पर सवाल उठते रहे है। जन हित के मुद्दों पर भी राजनीति करने से उसे बाज आने की जरूरत है, क्योंकि पिथौरागढ- चंपावत- लोहाघाट पावर प्रोजेक्ट मे पारेषण का कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन पारेषण कार्य से आम जनता को मिल रही सुविधा को लेकर वह सवाल उठा रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस द्वारा पिथौरागढ के एक प्रोजेक्ट के लोकार्पण को लेकर दुष्प्रचार कर रही है जब कि सच्चाई अलग है। 12 अक्तूबर को प्रधानमंत्री ने पिथौरागढ यात्रा के दौरान कई योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया था। इसमे महज 42 किमी विद्युत ट्रांसमिशन लाइन का लोकार्पण किया गया था और यह निर्माण पूरा भी हो चुका है। हालांकि प्रोजेक्ट का कार्य अभी प्रगति पर है। इस प्रोजेक्ट को 2025 मे पूरा होना है, लेकिन राज्य सरकार ने आम जन की सुविधा के लिए परियोजना की क्षमता से 25 प्रतिशत विद्युत सप्लाई कर दी है। इससे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र के हजारों लोगों को लाइन ट्रिपिंग और लो वोल्टेज से निजात मिल रही है।
पिटकुल के प्रबंध निदेशक और और ऊर्जा निगम चंपावत के ईई सहित वरिष्ठ आधिकारी प्रोजेक्ट के संबंध मे वस्तु स्थिति स्पष्ट कर चुके है। ऊर्जा निगम स्पष्ट कर चुका है कि बिजली घर और पारेषण का कार्य अलग अलग है और पारेषण का कार्य पूरा हो चुका है। पीएम ने पारेषण का ही लोकार्पण किया, क्योंकि यह कार्य पूरा हो चुका है। जबकि विजली घर के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है तो लोकार्पण की बात ही बेमानी है। पारेषण का कार्य पूरा होने के कारण उसी से 33 केवी की आपूर्ति हो रही है। इससे ब्रेकडाउन के खतरे भी कम होंगे। हालांकि पूरी क्षमता से आपूर्ति प्रोजेक्ट के पूरा होने से ही आपूर्ति होगी।
चौहान ने कहा कि साजिशन कांग्रेस लोगों की आँखो मे धूल झोंकने के लिए दुष्प्रचार का सहारा ले रही है। अगर, उसे इस बारे मे जानकारी नही तो वह कुछ कहने से पहले अध्ययन करे, लेकिन प्रधानमंत्री जैसे गरिमामय पद का देश भर मे मखौल उड़ाने से बाज आये।
उन्होंने कहा कि जन हित मे पारेषण कार्य से विद्युत आपूर्ति की जा रही है और प्रोजेक्ट को अभी दो वर्ष बाद अर्थात 2025 मे पूरा होना है तो इसमे पारेषण के लोकार्पण को लेकर परेशानी क्या है। आखिर कांग्रेस जन हित के किसी भी कार्य को राजनीति से जोड़कर विरोधी रवैया क्यों अपनाती है। जवाब साफ है कि कांग्रेस को न इस प्रोजेक्ट से लेना देना है और न ही दुर्गम क्षेत्र मे रह रहे उन हजारों लोगों से जो इस योजना के मध्य मे ही लाभान्वित हो रहे है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पिथौरागढ दौरे पर भी राज्य को मिली अनेक परियोजनाओं को लेकर काग्रेस सवाल उठाकर दुष्प्रचार करती दिखी। जबकि कांग्रेस को राज्य हित मे मिल रही योजनाओं का स्वागत करना चाहिए था। कांग्रेस को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और विकास कार्यों को लेकर अपनी नकारात्मक सोच मे उसे बदलाव की जरूरत है।
कांग्रेस को आइना दिखाते हुए चौहान ने कहा की ऐसे तमाम झूठे आरोपों का जवाब तो स्वयं उनके दोनो स्थानीय धारचूला और लोहाघाट विधायक पीएम दौरे की तारीफ कर दे चुके हैं । उन्होंने तंज़ कसते हुए कहा, कांग्रेस के जो नेता जमीन से जुड़े हैं वे पीएम की कोशिशों से देवभूमि में हो रहे अभूतपूर्व विकास से वाकिफ हैं । यही वजह है कि दलगत भावना से ऊपर उठकर वे राज्यहित में ऐसे तमाम प्रयासों का स्वागत कर रहे हैं । वहीं इन कोशिशों का विरोध भी कांग्रेस पार्टी में दो ही तरीके के लोग कर रहे हैं, पहले वो जो जनता दरबार में नहीं पार्टी के दिल्ली दरबार में अपना नंबर बढ़ाने की जुगत में लगे रहते हैं और दूसरे वो जो हमेशा इसी तरह मीडिया सुर्खियां बनने की जुगाड में लगे रहते हैं । यही वजह है कि इनकी सभाएं भी खाली रहती हैं और इनके आरोप भी खोखले रहते हैं । रही बात प्रदेश की जनता की तो उनका विश्वास और आशीर्वाद पूरी तरह पीएम मोदी और सीएम धामी के विकास कार्यों के साथ है ।