देशवासियों के पास एक दो दिन में दुनिया में सबसे शानदार उपलब्धि का जश्न मनाने मौका आने वाला है । क्युंकि भारत मे कोरोना महामारी के खिलाफ लडाई में वैक्सीनेसन का आँकड़ा 100 करोड पार करते ही वह स्पष्ट तौर पर दुनिया का लीडर साबित होगा । जैसे जैसे कोविन ऐप पर 100 करोड़ डोज पूरा होने को लेकर उल्टी गिनती दिखने लगी है वैसे ही भारत सरकार के इस खास मौके को लेकर बड़े बड़े कार्यक्रमों को करने की योजना सामने आने लगी है।
भारत सरकार की और से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया है कि देश में 100 करोड़ टीकाकरण का आँकड़ा छूने पर बंदरगाहों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और एयरपोर्ट पर इस ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा की जाएगी।
इसके अलावा, इस मौके पर स्पाइस जेट के विमानों पर हेल्थ वर्कर्स की तस्वीरों के साथ पोस्टर लगाए जाएंगे और समुद्र तट पर शिप की हूटिंग होगी । खादी विभाग इस अवसर के लिये सबसे बड़ा राष्ट्रध्वज तैयार किया है, जिसे रिकॉर्ड बनने वाले दिन लाल किले, नॉर्थ साउथ ब्लॉक पर फहराने की योजना है । केंद्र सरकार कैलाश खैर के गाये वैक्सीन सॉन्ग को भी लॉन्च करेगी । इस गाने के जरिए कोशिश होगी कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढाने के साथ लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित भी किया जाए ।
देश में कोरोना महामारी के लगातार घटते मामलों से आधिक देश दुनिया का ध्यान इस समय भारत का पहले 100 करोडी वैक्सीन क्लब में पहुंचने पर है ।कोविड के खिलाफ देश में वैक्सीनेशन की बढ़ती रफ्तार से लोगों को मिल रही सुरक्षा का ही नतीजा है कि कोरोना का प्रकोप लगातार कम होता जा रहा है । स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुशार अगले महीने से देश के पास टीका जरूरत से ज्यादा होगा और एक बार फिर हम जरुरतमंद देशों वैक्सीन की मदद पहुंचा रहे हैं ।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुशार देश में वैक्सीनेसन का आँकड़ा लगभग 98 करोड पहुंच गया है
इसमें कोई दो राय नही कि बहुत से नकारात्मक सोच वाले लोगों के लिये यह कीर्तिमान भी शेष लोगों को डबल डोज़ लगने के आँकड़ों से कमतर ही नज़र आने वाला है और बहुत से लोगों के लिये तो यह उपलब्धि एक आँकड़े से आधिक नही है । लेकिन इस सब से इतर एक नज़र उन तमाम खबरों पर डालें जब हजारों से लाखों तक पहुंचते पहुंचते वैक्सीन की कमी का रोना चारो और था और आज 100 करोड के शिखर पर पहुंच गये हैं । उस पर भारत जैसे भौगोलिक विविधता और मिश्रित जनसांख्यिय विस्फोट वाले देश में दुनिया के सबसे बड़े अभियान को अंजाम तक पहुंचाना, निसन्देह किसी अचरज से कम नही है । कोई भी तर्क से इस उपलब्धि को कमतर नही आंक सकता है, जिसके लिये भारत सरकार के साथ साथ आप हम सभी साधुवाद के हकदार हैं ।