उत्तराखंड के लिए भारतीय टीम के टूर्नामेंट से बाहर होने से भी बुरी खबर है T-20 वर्ल्ड कप से | क्यूंकि अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के निर्णायक मैच से ठीक पहले पिच क्यूरेटर देवभूमि निवासी मोहन सिंह की संदिग्ध अवस्था में मौत की खबर आई है | फिलहाल अभी मौत का सही कारण सामने नहीं आया है | लेकिन महत्वपूर्ण मैच से पहले पिच तैयार करने वाले एक्सपेर्ट का इस तरह मृत पाने से सभी एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं ।
इस मौत से खड़े होने वाले सवालों के जबाब के लिए फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है । गौरतलब है कि मोहन सिंह उत्तराखंड में गढ़वाल के रहने वाले थे और 2004 से पिच बनाने का कार्य कर रहे थे | क्यूरेटर बनने के प्रशिक्षण के बाद से ही वह अबुधाबी में कार्यरत थे | स्थानीय प्रशासन के अनुशार न्यूजीलैंड-अफगानिस्तान मैच से पहले उन्हें अपने कमरे में मृत पाया गया । इसी शेख जायद स्टेडियम के विकेट पर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की टीमों के मैच भी हुए थे और सभी विकेटों को भी मोहन सिंह ने ही तैयार किया था । पंजाब क्रिकेट स्टेडियम मोहाली में क्यूरेटर बनने के प्रशिक्षण के बाद सितंबर 2004 में मोहन अबुधाबी आए, जहां वे 1994 से ग्राउंड सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत थे। वहां वो टेनिस सहित कई अन्य खेलों में कोचों की सहायता करते थे। क्रिकेट पर अपना ध्यान केंद्रित करने से पहले उनको तैराकी का शौक था।
इस मौत को लेकर सवाल उठने का प्रमुख कारण है17 मार्च 2007 को पाकिस्तान की टीम के वर्ल्ड कप से हारकर बाहर होने के बाद होटल के कमरे में कोच बॉब बूल्मर की डेड बॉडी का मिलना | किंग्स्टन, जमैका में उनके होटल रूम के बाथरूम से उनकी लाश पाई गई थी। दरअसल इससे एक दिन पहले ही पाकिस्तान टीम को आयरलैंड से बुरी तरह से हार मिली थी। इसके साथ ही वो विश्व कप से भी बाहर हो गई थी।
फिलहाल ऐसे ही बुरे अनुभवों और मैच सेटिंग के आरोपों ने पहले इस इस जेंटेलमैन खेल को सेनसेसनल बनाया हुआ है | उस पर भारत पाकिस्तान के नज़रिये से इस महत्वपूर्ण मैच से पहले पिच क्यूरेटर की मौत बड़ा संदेह पैदा करती है |