देहरादून। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को बैठक में आवश्यक निर्देश दिए । इस दौरान महाराज ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए 20 वर्षों से में अटके सांस्कृतिक दलों के किराये संबंधी बिलों का तत्काल भुगतान के आदेश दिये |
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सुभाष रोड़ स्थित कैम्प कार्यालय में शासन स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर रोष जताया | उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे सभी कार्य तय समय सीमा के अंदर पूर्ण करवा लिये जाएं।
बैठक में लोक कलाकारों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता एवं उनके यात्रा किराये के भुगतान से संबंधित सभी लंबित प्रकरणों को तत्काल निस्तारित करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। संस्कृति मंत्री महाराज ने कहा कि सांस्कृतिक दलों के यात्रा किराए से संबंधित बिलों के भुगतान जो भी अनुमन्य हो उसको तुरंत किया जाए । गौरतलब है इनमें कई सांस्कृतिक दलों की फाइल तो 20 वर्षों से विभाग में अटकी हुई थी | इस अवसर पर महाराज ने कहा कि महाभारत एवं रामायण सर्किट के अंतर्गत विकसित होने वाले सभी रूटों पर यूनिवर्सल कैरावन होने चाहिए। उन्होंने गंगा आरती के साथ साथ यमुना एवं सरयू जी की आरती को तुरंत प्रारंभ किए जाने के लिए भी अधिकारियों को आदेशित किया।
महाराज ने कहा कि स्मार्ट सिटी में सिटी सेंटर (प्लाजा) मीटिंग प्वाइंट बनाने के लिए भी अभी से हमें तैयारी करनी होगी। बैठक के दौरान उन्होंने पर्यटन अधिकारियों से कहा कि सौंग नदी में जहां गर्म पानी का स्रोत है उस स्थान पर महिलाओं एवं पुरुषों के स्नान के लिए अलग-अलग स्थान बनाए जाएं। साथ ही उस स्थान को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाए। पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड में रोपवे के लिए भी प्रस्ताव तैयार करें। उन्होने निर्माणाधीन रोपवे के कार्यों को समय से पूरा करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिये। सतपाल महाराज ने सतपुली टीआरएस निर्माण में तेजी लाने को कहा है। उन्होने कहा कि चौबट्टाखाल तथा रसिया महादेव टीआरएच की डीपीआर बने हुए लगभग 15 दिन और सतपुली कार पार्किंग की डीपीआर बने हुए लगभग 1 सप्ताह हो चुका है। इस पर भी तत्काल आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। वहीं जनपद पौड़ी स्थित विकासखंड पोखरा के अंतर्गत दीवा डांडा के लिए झालापाड़ी से दीवा डाण्डा ट्रैक रूट को भी दुरस्त करने को कहा है।
बैठक में पर्यटन सचिव दिलीप दिलीप जावलकर, महानिदेशक संस्कृति स्वाति एस. भदौरिया, संस्कृति निदेशक बीना भट्ट, संयुक्त निदेशक पर्यटन विवेक चौहान एवं वरिष्ठ शोध अधिकारी एस. एस. सामन्त आदि मौजूद थे।