डिजिटल लेनदेन की बढ़ती प्रक्रिया के साथ साथ ऑनलाइन फ्रॉड की संख्या बेतहाशा बढ्ने लगी हैं | यही वजह है कि मोदी सरकार ने पीड़ित के वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर एक कॉल से आप अपने साथ हुई फ्रॉड की राशि के इस्तेमाल को तुरुन्त रोक सकते हैं | लेकिन अफसोस जानकारी के अभाव में आज भी लोग पारंपारिक तौर पर पहले एफआईआर दर्ज़ करने में ही लगे रहते हैं और लूटी गयी रकम इस्तेमाल कर ली जाती है |
ऑनलाइन फ्रॉड होने पर तुरुन्त करें हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज़
अगर आप के साथ बैंक या फिर किसी भी तरह का कोई साइबर क्राइम होता है या गलती से आपसे गलत खाते में रकम ट्रान्सफर हो जाती है तो आपको बिना समय गवाएं हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करना चाहिए |. फिलहाल मौजूदा समय में यह हेल्पलाइन नंबर पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश के सिर्फ 7 राज्यों में अमल में लाया गया है | जो हैं दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश | सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार की इस हेल्पलाइन सुविधा को जल्द ही देशभर में लागू किया जा सकता है.
किस तरह काम करता है यह हेल्पलाइन नंबर ?
किसी भी व्यक्ति के द्वारा हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत के बाद उसे रियल टाइम में पुलिस और जांच एजेंसियों से साझा की जाती है | जिस पर शिकायत के बाद कुछ ही मिनट में कार्रवाई शुरू हो जाती है | फिलहाल अभी हेल्पलाइन और इसके रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म में सभी प्रमुख सरकारी बैंकों और प्राइवेट सेक्टर के बैंकों को शामिल किया गया है | अगर इन बैंकों के अकाउंट होल्डर्स के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी या साइबर क्राइम होता है तो हेल्पलाइन पर शिकायत करने के तुरंत बाद कार्रवाई की जाती है | इस हेल्पलाइन नंबर और इसके रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म को गृह मंत्रालय के तहत इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन की ओर से शुरू किया गया है और इस प्लेटफॉर्म पर RBI, सभी बड़े बैंक, पेमेंट बैंक, वॉलेट और ऑनलाइन कारोबारी जुड़े हुए हैं | सबसे पहले 155260 पर कॉल कर पीड़ित व्यक्ति अपनी पूरी जानकारी साझा करनी पड़ती है | जिसके बाद अलर्ट संबंधित बैंक, जिसमें पैसा गया है, चला जाएगा | अलर्ट मिलते ही बैंक की ओर से पैसे की निकासी पर रोक लगा दी जाएगी और पैसे को वापस अकाउंट होल्डर को लौटा दिया जाएगा |
लिहाजा ऑनलाइन फ्रॉड होने या गलत पैसा ट्रांसफर होने पर घबराएँ नहीं और तुरुन्त कॉल करें 155260 पर |