एसीजेएम चतुर्थ की कोर्ट में दीवार घड़ी की सुइयां शाम सवा चार बजे की और इशारा कर रही थी | कोर्ट में मौजूद दोनों पक्ष के वकील जज के सामने जिरह कर रहे थे कि एक युवक बदहवासी की हालत में वहाँ पहुंचा और जज के सामने अपनी प्रेमिका की हत्या की बात कह कर सरेंडर करने की गुहार लगाने लगा….. ये सब किसी फिल्म का सीन नहीं बल्कि हकीकत का यह वक्या घटित हुआ है देहारादून कोर्ट परिसर में, जिसमें सोशल साइट से शुरू हुए प्यार को पाने में नाकाम 12वी कक्षा के छात्र ने 11वी की छात्रा की गला रेत कर हत्या कर दी |
बिलकुल फिल्मी स्टाइल में कोर्ट में हुए इस सरेंडर के बाद कोर्ट ने सरेंडर की इस प्रक्रिया को गलत बताते हुए आरोपी युवा को पोलिस के हवाले कर दिया | फिलहाल पूछताछके दौरान आरोपी तनुज पासवान ने बताया कि उसकी फेसबुक पर साल 2020 में मृतका निशा(काल्पनिक नाम) से मुलाकात हुई थी | आरोपी के मुताबिक ‘हम दोनों की मुलाकातें प्यार में बदल गई | लेकिन जब उसे पता चला कि वह अब किसी और लड़के से भी दोस्ती कर रही हैं तो निशा को कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं मानी | आखिरकार उसने उसे अंतिम बार प्रेमनगर के पास विंग नंबर 7 में बुलाया और साथ लाये चापड़ से काटकर हत्या कर दी | वह जानता था कि कोर्ट में सरेंडर उसे पोलिस की मार से बचा सकता है इसलिए उसने सीधे कोर्ट का रुख किया | पुलिस ने मृतक का शव बरामद कर आरोपी तनुज पासवान की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चापड़ भी बरामद कर लिया है |
.फिलहाल पोलिस के रिकॉर्ड में यह केस ओपेन एंड शट केस की तरह है | लेकिन इससे अलग इस सनसनीखेज वारदात ने एक बार फिर सोशल मीडिया के कारण युवाओं का गलत रास्ते पर चलते हुए जघन्य अपराध को अंजाम देने की बढ़ती प्रवृति का खुलासा किया है |