पौडी । “मां” ……शायद उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ का यह सबसे छोटा लेकिन सबसे समृद्ध ट्वीट होगा जो उन्होने अपनी माता जी से मुलाकात के बाद किया । यह सब घटनाक्रम, देश पर सर्वश्य न्यौछावर करने वाले मोदी हो या योगी के उनके जीवन में मां के प्रति कृतज्ञ भाव को दर्शाते हैं ।अपने तीन दिन के उत्तराखंड के दौरे के पहले दिन योगी ने मां से मुलाकात की फोटो ट्विट कर लोगों का दिल जीत लिया । उनके लिखे ट्विट में सिर्फ और सिर्फ मां शब्द लिखने से जाहिर हो गया कि मां से मुलाकात को शब्दों में बयाँ करना क्यूँ असम्भव होता है । वह 5 साल बाद अपनी मां सावित्री से मिले लेकिन 28 साल बाद अपने पैतृक गांव पंचूर में रात बितायी । यहां सबसे पहले उन्होंने भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और इसके बाद मां से मिले। मां ने योगी के सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया तो मां के साथ सथ योगी भी भावुक हो गये ।
योगी से मिलने के लिए उनकी तीन बहनें और तीनों भाई पहले ही घर पहुंच गये थे । सीएम योगी के स्वागत के लिए गांव में उत्सव का माहौल था और उन्हे देखने दूर दूर से लोग वहां पहुंचे थे।
अपने दौरे में सबसे पहले योगी ने पंचूर गांव से 2 किमी दूर बिथ्याणी में महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर गुरु को याद करते हुए योगी भावुक भी हो गए थे । उन्होंने कहा, “आज मुझे अपने गुरुओं का सम्मान करने का सौभाग्य मिला। मैं 35 साल बाद अपने अध्यापकों से मिल पा रहा हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं माता-पिता और गुरु अवेद्यनाथ की वजह से हूं।” इस दौरान उनकी आंखें भर जाना किसी से छिपा नही रह सका ।
जब उत्तर प्रदेश में सीएम रहते पैतृक गांव को मैट्रो सिटी की भांति चमकाने की परंपरा हो जब सीएम को नुक्कड़ पर जीते जी अपनी प्रतिमा लगाने का जूनून हो, ऐसे में एक सीएम का दो दो बार कुर्सी पर बैठने के वावजूद राजधर्म निर्वहन के चलते 5 साल तक अपने गांव नही पहुंच पाना असम्भव प्रतीत होता है ।