उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता और लगातार 8 बार विधायक निर्वाचित होने वाले हरबंस कपूर अब इस दुनिया में नहीं रहे| चुनावी राजनीति में अजय रहे हरबंश कपूर प्रदेश भाजपा के पहले विधायक और पार्टी की पहली निर्वाचित सरकार के समय विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं । चुनावी राजनीति में कपूर साहब की जनता में पकड़, व्यवहार कुशलता व सर्वथा उपलब्धता के तौर तरीको को आज राजनैतिक सिद्धांत की तरह अपनाया जा रहा है|
दिवंगत हरबंस कपूर के राजनीतिक जीवन को देखें तो उन्होने न केवल लगातार आठ बार चुनाव जीते हैं बल्कि अजेय भी रहे। कपूर अविभाजित राज्य में उत्तराखंड क्षेत्र के पहले भाजपा विधायक बने थे| वरिष्ठतम विधायक होने के वावजूद जनता से जुड़े रहने के कारण वे अपने क्षेत्र की जनता में हमेशा निर्विवाद लोकप्रिय बने रहे। दरअसल हरबंस कपूर प्रदेश में भाजपा के लिए चुनावी एनसाइक्लोपीडिया की तरह हैं | अब अनेकों पार्टी के विधायक उनकी राजनीति के तौर तरीकों को अपनाकर सफलता से राजनैतिक सोपानों को तय कर रहे हैं | अमूमन संघटन और संघ के बड़े पदाधिकारी राजनेताओं को हरबंश कपूर की तरह जमीन से हौदे रहने वाले तौर तरीके अपनाने की सलाह देते रहते हैं| पार्टी ही नहीं विपक्षी भी उनके क्षेत्र के प्रत्येक छोटे बड़े सामाजिक व व्यक्तिगत कार्यों में शामिल रहने की उनकी व्यवहार के कायल थे| जनता की छोटी से छोटी परेशानी और खुशी में उनकी भागेदारी के सभी गवाह हैं| उनका वरिष्ठ विधायक व विधानसभाध्यक्ष होने के वावजूद भी स्कूटर चलाते हुए जनता के बीच पहुँचने के वाकया सबकी जुबान पर होगा | कपूर यूपी के समय में देहरादून शहर, फिर राज्य बनने के बाद देहरादून खास और अब नई बनी देहरादून कैंट सीट से लगातार 8वी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं| भाजपा के लिए प्रदेश वटवृक्ष बने कपूर यूपी सरकार के समय शहरी विकास मंत्री और 2007 में दूसरी विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रहे ।
विधानसभा के चुनाव से पहले अपने वरिष्ठतम विधायक हरबंस कपूर का चला जाना भाजपा के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है | भाजपा ही नहीं प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में उनके निधन के बाद से गम का माहौल है।