देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार की पूरी तैयारी चाक चौबंद है और रेस्क्यू टीम तत्परता से हर पीड़ित तक पहुँच रही है।
नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस यशपाल आर्य के आपदा प्रबंधन पर उठाये गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए चौहान ने कहा कि पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के वावजूद प्रबंधन तंत्र बेहतर ढंग से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य रात्रि मे घटित तोली भूस्खलन की घटना के बाद मौके पर रेस्क्यू टीम पहुँच गयी थी और बचाव कार्य भी समय से शुरू हो गया। घटना मे मृतकों के आश्रितों को मुआवजा और भवन निर्माण के लिए राशि के चेक सौंपे जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार राहत कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वह विधायक और डीएम से लगातार अपडेट ले रहे हैं। सीएम के निर्देश के बाद प्रभारी मंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। वहीं स्थानीय विधायक और प्रतिनिधि प्रशासन के साथ रेस्क्यू गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। सीएम ने जिला प्रशासन को तिनगढ़ गांव के अलावा आपदा प्रभावित क्षेत्र के अन्य संवेदनशील गाँवों को तत्काल चिन्हित कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। इसके साथ स्थानीय निवासियों के मवेशियों एवं अन्य पालतू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने की व्यवस्था करने तथा राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चलाए जाने के निर्देश दिए है। यह गाँव अस्थायी तौर पर शिविर मे शिफ्ट किया गया है।
चौहान ने कहा कि आपदाग्रस्त ग्राम तोली, जखाणा, कोट, विशन, थाती बूढाकेदार, पिंसवाड़ उरणी, अगुण्डा, कोटी आदि ग्रामों में सार्वजनिक रास्ते, कृषि भूमि, सड़क, पेयजल लाईन, विद्युत आदि परिसम्पत्तियों के क्षति आंकलन/सर्वे कार्य हेतु कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, राजस्व, उद्यान, समाज कल्याण, सहकारिता विभाग के अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं। इन गाँवों मे विद्युत आपूर्ति सुचारु करने की कार्यवाही की जा रही है।इसके अलावा अन्य गाँव जहाँ पेयजल, विद्युत आपूर्ति बाधित है वहाँ पर संबंधित विभाग आपूर्ति के लिए जुटा हुआ है।
चौहान ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस मे जन हित का दावा करने वाली दो धाराएं कार्य कर रही है। एक राजनैतिक और सैर सपाटे के लिए केदारनाथ की यात्रा पर है और दूसरी धारा मे जो इस यात्रा से दूरी बनाकर चल रहे हैं वह आपदा पर ध्यान लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त खामियां ढूंढने के बजाय मिलकर पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने की जरूरत है।