देहरादून । पीएम मोदी लोकसभा चुनावों की अपनी सभी गारंटियों से बढ़कर बिन मांगें एक बड़ी सौगात देश को देने की तैयारी में हैं । जिसके तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अब तक जब्त की गई सवा लाख करोड़ की काली कमाई वह जनता में बांटने की तैयारी कर रही है । पहले भी कई मंचों पर जिक्र के बाद आखिरकार प्रधानंत्री ने मीडिया में इस योजना का खुलासा किया है। लोकसभा चुनाव 2024 के बीच हाल के वर्षों में कई छापों के दौरान जब्त किए गए काले धन पर उनका यह बड़ा बयान आया है ।
कई निजी चैनलों में दिए एक साक्षात्कार के दौरान पीएम मोदी ने स्वीकारा कि वह जांच एजेंसियों द्वारा जब्त की गई विशाल राशि को जनता के सपुर्द करने के लिए कार्य योजना कर रहे हैं । उन्होंने बताया, सरकार भारत के लोगों को यह पैसा वापस करने के लिए कानूनी विकल्प तलाश रही है।
क्योंकि उन्हे दिल से लगता है कि इन लोगों ने अपने पद का दुरुपयोग करके गरीबों का पैसा लूटा है और उन्हें यह पैसा वापस मिलना चाहिए।”पीएम ने कहा कि अगर किसी कानूनी बदलाव की जरूरत होगी तो वह ऐसा करेंगे। जिसके लिए उन्होंने देश के सर्वश्रेष्ठ कानूनी सलाहकारों से सलाह मांगी है कि जब्त किए गए पैसे का क्या किया जाए। पीएम ने कहा कि कुछ भ्रष्ट राजनेताओं, नेताओं और व्यापारियों ने निर्दोष लोगों से जबरदस्ती यह पैसा इकट्ठा किया है और अब समय आ गया है कि यह पैसा उन्हें लौटाया जाए। यह काली कमाई चाहे लालू जैसे भ्रष्ट नेताओं की हो, या बड़े व्यवसायों की, बंगाल जैसे भर्ती घोटाले की हो । या
केरल और पश्चिम बंगाल में पूर्ववर्ती वाम दलों की सरकारों में कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा संचालित सहकारी बैंकों में लोगों का पैसा व्यक्तिगत व्यावसायिक साझेदारी के नाम पर ठगा गया हो। भर्ष्टाचारियों द्वारा लूटी गई, जनता की पाई पाई वापिस की जाएगी ।