पिथौरागढ़ में अवैध रूप से सीमा पार करते हुए हुई एक नेपाली नागरिक की मौत की आड़ लेकर बेवजह चलाये जा रहे भारत और मोदी विरोधी आंदोलन पर नेपाल सरकार ने सख्त कदम उठाया है | इन प्रदर्शनों में शामिल होने वाले अपने नागरिकों के लिए एक कड़ी चेतावनी जारी करते हुए उन्होने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी |
इन दिनों नेपाल में भारत विरोधी आंदोलनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाए और भारत विरोधी नारे लगाए जाने की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रहे हैं | हालांकि भारत सरकार ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रातक्रिया नहीं दी लेकिन नेपाल सरकार को मसले की गंभीरता का अंदाज़ा हो गया है तभी अपने ही नागरिकों के लिए वार्निंग जारी की गयी | अब सवाल है कि ऐसा क्या हुआ है जिसकी वजह से काठमांडू समेत अन्य जगहों पर भारत के ख़िलाफ़ इस तरह का आंदोलन चल रहा है | असल में यह सारा मसला तूल पकड़ा इसी वर्ष 30 जुलाई की घटना से जिसमें धारचूला में तुइन के सहारे महाकाली नदी पार करते हुए एक नेपाली युवक जय सिंह धामी की मौत हो गयी थी | महाकाली नदी को पार करते वक़्त किसी तरह तुइन कट गया और नेपाली युवक नदी में बहकर लापता हो गया | लेकिन नेपाल में अफवाह फैलाई गयी कि भारत के सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने तुइन को काट दिया जिसके बाद धामी महाकाली नदी में गिर गए और लापता हो गया | दरअसल पिथौरागढ़ ज़िले में पड़ने वाला सीमावर्ती क्षेत्र धारचुला में महाकाली नदी को पार नेपाली लोग अवैध रूप से एक तुइन या टायर की मदद से नदी पार कर भारत में दाखिल हो जाते हैं.
हैरानी है कि नेपाल सरकार ने भारत पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया गया है वावजूद इसके नेपाल कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं | वहीं आंदोलनकारियों के पक्ष में वहाँ विपक्षी दलों नेपाल सरकार पर इस मामले में भारत के समक्ष पर्याप्त विरोध दर्ज नहीं कराने का आरोप लगा रहे हैं | इस घटना के बाद एक भारतीय हेलिकॉप्टर द्धारा कथित रूप से नेपाली सीमा क्षेत्र में उड़ान भरने की अफवाह ने आंदोलन की आग में घी डालने का काम किया है |.
मामले की गंभीरता इसलिए अधिक बढ़ जाती है कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत समाजवादी) और अन्य राजनीतिक दलों के छात्र संगठनों का इस आंदोलन पीएम मोदी का पुतला फूंकना | लेकिन अब नेपाल सरकार का मोदी के पुतला दहन को एक निंदनीय घटना करार देते हुए नेपाल के सभी 77 ज़िलों के प्रशासन और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल को इसे रोकने और कड़ी कार्यवाही के आदेश के बाद उम्मीद की जा रही है कि ऐसी घटनाओं में कमी आएगी |
हालांकि जिस महाकाली नदी में में अवैध रूप से नदी पार करने की यह घटनाएँ होती हैं वहाँ भारत और नेपाल के बीच पुल के निर्माण को लेकर पहले ही करार हुआ है | जिसको लेकर भारत की ओर से पैसा जारी भी कर दिया गया लेकिन चीन की शाह पर नेपाल की ओर से कोई रुचि न दिखाए जाने की वजह से यह योजना अभी खटाई में पड़ी है |