कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मिलने से दुनिया भर की नींद उडी हुई है | क्यूंकि इसके खतरे का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सामान्य कोरोना वैरियंट के मुक़ाबले 100 गुना तेजी से फैलने वाले डेल्टा वैरियंट से भी 7 गुना अधिक तेजी से यह वाइरस फैलता है | दक्षिण अफ्रीका से फैलने वाले यह घातक अब एक दर्जन देशों में फ़ेल चुका है | एक और जहां 27 देशों ने अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट पर रोक लगा दी है वहीं भारत ने भी इस महाद्धीप से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन 7 दिन का अनिवार्य कर दिया है | फिलहाल यहाँ समझने का प्रयास करते हैं कोरोना के इस ओमिक्रॉन वैरिएंट को |
आज जानलेवा कोरोना को लेकर ओमिक्रॉन वैरिएंट से नई लहर का खतरा पैदा हो गया है, क्योंकि यह डेल्टा से 7 गुना तेजी से फैल रहा है। इतना ही नहीं, यह तेजी से म्यूटेट भी हो रहा है। पकड़ में आने से पहले ही इसमें 32 म्यूटेशन हो चुके हैं। की शुरुआती रिपोर्ट्स बेहद चौंकाने वाली हैं। WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ कन्सर्न बताया है। द. अफ्रीका के 3 प्रांतों में रोज मिलने वाले 90% केस इसी वैरिएंट के हैं, जो 15 दिन पहले सिर्फ 1% थे। वैज्ञानिकों को यही बात सबसे ज्यादा डरा रही है। क्योंकि, अभी तक सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट डेल्टा था, जिससे दुनिया में तीसरी लहर आई थी। इसका पहला केस अफ्रीकी देश बोत्सवाना में मिला है।
इसे देखते हुए यूरोपीय यूनियन के सभी 27 देशों ने 7 अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर रोक लगा दी है। इधर, भारत में नए वैरिएंट का कोई केस नहीं मिला है। फिर भी सिंगापुर, मॉरीशस समेत 12 देशों से आने वाले यात्रियों की गहन जांच होगी।
इस वैरिएंट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है
इसका पहला केस 11 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के बोत्सवाना में मिला। उसके बाद हॉन्गकॉन्ग, इजरायल, बेल्जियम में मिला।
यह बहुत तेजी से यानि डेल्टा वैरिएंट से भी 7 गुना तेजी से फ़ेल रहा है । हालांकि वैज्ञानिकों के अनुशार अभी कुछ ही सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग हुई है। इसलिए, इसकी असल रफ्तार और ज्यादा हो सकती है।
विशेषज्ञ की चिंता का सबसे बड़ा कारण हैइसका इंसान की कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए स्पाइक प्रोटीन का इस्तेमाल करना । अब चूंकि वैक्सीन शरीर को इन स्पाइक को पहचानने और उन्हें बेअसर करने के लिए तैयार करती है। बी.1.1.529 वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 32 वैरिएंट हैं। इससे वैज्ञानिक चिंतित हैं, क्योंकि म्यूटेशन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से बचकर अगली लहर का कारण बनता है।
इससे होने वाले खतरे की सही जानकारी होने में काफी समय लगना तय है क्यूंकि वैज्ञानिकों को वायरस का स्वभाव समझने में एक सप्ताह लगता है। वायरस के प्रति इम्युनिटी की प्रतिक्रिया पर अच्छा डेटा आने में तो कई सप्ताह लग सकते हैं।
डाले एक नज़र दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप पर
जर्मनी: एक ही दिन में 73,887 नए कोरोना मामले मिले हैं। यह एक दिन अब तक की सबसे बड़ी बढ़त है।
फ्रांस: एक दिन में 32,591 नए केस सामने आए। यह पिछले हफ्ते से 61% ज्यादा है और अप्रैल के बाद एक दिन की सबसे बड़ी ग्रोथ है।
स्विट्जरलैंड: एक दिन में 8,585 नए मामले दर्ज किए गए। यह नवंबर 2020 के बाद एक दिन में सबसे बड़ी बढ़त है।
बेल्जियम: एक दिन में 23,350 कोरोना केस दर्ज, अक्टूबर 2020 के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले।
इटली: 1 मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 12,448 कोरोना मामले दर्ज किए गए।