उत्तराखंड से मातृभूमि पर प्राण न्योछावर करने वालोँ की अनन्ततिम सूची में दो नाम और जुड़ने की दुखद खबर है । दशहरे के दिन आयी इस मनहूस खबर में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में टिहरी गढ़वाल के राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और चमोली के राइफलमैन योगंबर सिंह शहीद होने की जानकारी है
दरसल यह दोनो जाबांज जम्मू के पूंछ जिले के नाढख़ास में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए । सेना सूत्रों के मुताबिक शनिवार को दोनों शहीदों का पार्थिव शरीर अन्तिम संस्कार के लिए उनके गांव लाए जाएंगे । इससे पूर्व टिहरी के विमाण गांव निवासी 26 वर्षीय राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया । परिवार को शहादत की सूचना तब मिली जब वह शुक्रवार सुबह 11 बजे शहीद की पत्नी पार्वती देवी को सैन्य कमान से फोन आया ।
देश की रक्षा के खातिर शहीद विक्रम अपने घर का इकलौता बेटा था । जिसकी शहादत की खबर के बाद से ही 95 वर्षीया दादी रुकमा देवी, मां बिरजा देवी और पत्नी पार्वती बेसुध हैैं । कलेजा चिर जाता है जब मालुम होता है कि 22 अक्टूबर को विक्रम को घर विशेष पूजा के लिये आना था।
आज जब देश दशहरे के मौके पर शस्त्र पूजा की परम्परा का निर्वहन कर रहा है वहीं इन दो वीर सपूतों की शहादत ने मातृभूमि पर प्राणों के बलिदान की उत्तराखण्डी परम्परा को नई उंचाईयों पर पहुंचा दिया है ।